- चांदी का चौकोर टुकड़ा सदा अपने पास रखें।
- स्नान करते समय पानी में कच्चा दूध डाल कर लकड़ी के पट्टे पर बैठकर नहायें।
- यदि चन्द्रमा ठीक न हो तो 500 उड़द में सरसों का तेल लगाकर पानी में प्रवाहित करें।
- चन्द्रमा प्रतिकूल हो तो 500 ग्राम दूध सोमवार के दिन बहते पानी में प्रवाहित करें और शनिवार के दिन उड़द प्रवाहित करें।
- साधु-महात्माओं को पीले वस्त्रा का दान दें।
- घर की छत पर घास व लकड़ियां आदि न रखें।
- घर के आखिरी हिस्से में अंधेरी कोठरी बनायें।
- शनिवार का व्रत रखें और तेल से शनि का अभिषेक करें।
- किसी गरीब लड़की के विवाह में जलावन के लिए कोयले या ईंधन खरीदकर दें।
- झूठ न बोलें। शराब व मांसाहार से दूर रहें।
- रोटी के टुकड़ों पर सरसों का तेल चुपड़कर कौओं या कुत्ते को खिलायें।
- शनिवार के दिन पत्थर के कोयले लंगर पकाने के लिए किसी धार्मिक स्थान में दान दें।
- लगातार सात शनिवारों को मदार की जड़ में लोहे की सात कीलें चढ़ायें।
- गौ माता की सेवा करें।
- पहला घर खाली हो तो शहद से भरा मिट्टी का बर्तन घर में रखें।
- जब भी घर से कार्य के लिए बाहर निकले तो पानी से भरा घड़ा अपने सामने जरूर रखें।
- केसर का तिलक नियमित करें।
- परस्त्राी गमन बरबादी का कारण होता है, अतः इससे दूर रहें।
- लोहे की वस्तुएं यानी तवा, चिमटा, अंगीठी आदि का दान किसी संत या सज्जन पुरुष को करें।
- यदि कारोबार में घाटा हो रहा हो तो लगातार 43 दिनों तक कौओं या कुत्तों के लिए रोटी डालें।
- शनिवार के दिन उड़द के आटे में तिल का तेल मिलाकर लड्डू बनाएं और उन्हें वीरानी भूमि में दबा दें जहां खेती नहीं होती हो।
- उड़द, बादाम व जटा वाले नारियल बहते पानी में प्रवाहित करें।
- लोहे के कटोरे में तिल का तेल भरकर उसमें अपना चेहरा देखकर वह तेल किसी डाकोत को दे दें।
- लगातार सात शनिवारों को कुष्ठ रोगियों को भोजन दें।
- लोहे की बासुरी में खांड भरकर किसी वीरान स्थान में दबा दें।
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