जिस जातक की पारिवारिक व सामाजिक स्थिति कमजोर चल रही हो, कारोबार में नुकसान हो रहा हो, साथ ही वह चाहकर भी अपनी बात रखने में सक्षम नहीं हो, तो उसे रविपुष्प योग के एक दिन पूर्व श्रद्धापूर्वक अमलताश के वृक्ष का पूजन करें। घी का दीपक जलाएं और प्रार्थना करके निमंत्रण देकर आयें कि कल में आनकी जड़ लेने आऊंगा। प्रात: काल शुभ मुहुर्त में निमन्त्रित की गयी अमलताश की जड़ को लाकर उसे सोने के ताबीज में मढ़वाकर गले में धारण करने से बहुत सी समस्याओं का निवारण बहुत ही सरल तरीके से हो जाएगा। जातक का प्रभाव, साहस औश्र पराक्रम बढ़ेगा साथ ही मनोवांछित सप्ऊलता भी मिलेगी।
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