त्वचा को रुखापान
यदि चेहरे की त्वचा रूखी हो तो उसे कोमल बनाने में बरगद नवांकुर बड़े उपयोगी होते हैं। इसके लिए बरगद के नवांकु र पंद्रह ग्राम तोड़ लाएँ और पीसकर उन्हें छान लें। यह रस ठंडक, स्निग्धता और सुकोमलता पैदा करता है। बरगद का दूध अगर शाम को मुखड़े पर क्र£ीम की तरह मला जाय तो यह त्वचा को कान्ति से भर देता है, क्योंकि दिन भर की धूप खाकर पत्तों का दूध साफ-स्वच्छ और त्वचा को आरोग्यता देने वाला बन चुका होता है।
मुखड़े की रूखी त्वचा अच्छी नहीं लगती। उसके उपचार हेतु एक बेल का गूदा, बीज और लेस निकाल कर, मलाई में मिलाकर रखें और उसमें थोड़ी पिसी हुई मिश्री डालें। सर्दियों में इसे खाकर दूध पियें, गर्मियों में गूदों का शर्बत बना के प्रतिदिन पियें। एक ही महीने में मुखड़े से सौंदर्य की किरणें फू£टने लगेंगी।
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