संपूर्ण प्रयासों के बावजूद भी कार्य में सफलता नहीं मिल रही हो तो किसी भी माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन श्यामा तुलसी का पौधा भूमि से ऊपर लगाएं। हर रोज नित्यकर्म से निवृत्त हो स्नानोपरांत शुद्ध तांबे के लोटे में जल, गंगाजल और रोली मिलाएं ú नमो भगवते वासुदेवाय नम: मंत्र का जप करें। शाम को घी का दीपक जलाकर इसी मंत्र का जाप करें। अवश्य सफलता मिलेगी।
Nuskhe (05-05-2014)
मुंहासे
भुनी हुई फिटकरी और कालीमिर्च आधी-आधी मात्रा में पीसकर पानी से लेप बना लें और मुंहासों पर लेप दें। यदि सुगन्धित करना हो तो चंदन घिसकर जिस तरह माथे को लगाते है, उसी तरह चंदन के रस में फिटकरी व कालीमिर्च का चूरा एक चुटकी मिलाकर मस्सों और मुँहासों पर लेप दें। उतना ही गाढ़ा रखें जितना गाढ़ा तिलक लगाते हैं। रात को लेपकर सो जाएँ और सुबह मुख धो लें। इससे मुंहासों से शीघ्र छुटकारा मिल जाता है।
मुंहासों के उपचार के लिए पचास ग्राम आंवले रात को भिगो दें। प्रात: उन्हें मल-मलकर छान लें और दस-बारह ग्राम शहद मिलाकर पी जायें। गीली गुठलियां मुँहासों पर भी मलें। कुछ दिनों में मुंहासे ठीक हो जाते हैं।